Reluctant Writer
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Writes about fictitious reality.

कला सब में है

कला सब में है
Image Source: https://tinyurl.com/2cf27p2u

कवि के पास उसकी कविता है।
लेखक के पास उसकी कहानी है।
चित्रकार के पास उसकी चित्रकारी है।

नर्तक के पास उसका निर्त्य है।
वादक के पास उसका वाद्य है।
गायक के पास उसका गला है।

हर एक कलाकार के पास
अपनी इक कला है।

ईश्वर ने ही सबको तराशा है,
फिर आप में क्यों इतनी हताशा है ?


माना की अभी चारो तरफ़ अंधेर है,
आप ख़ुद से मिलीये तो कभी
आपके भीतर भी कला का कुबेर है।