Collections of timeless classics penned by renowned artist.

All Gems

Someday, I would like to go home - Henry Rollins

Someday, I would like to go home. The exact location of this place, I don’t know, but someday I would like to go. There would be a pleasing feeling of...

बंजारा - जावेद अख़्तर

मैं बंजारा वक़्त के कितने शहरों से गुज़रा हूँ लेकिन वक़्त के इस इक शहर से जाते-जाते मुड़ के देख रहा हूँ सोच रहा हूँ, तुम से मेरा ये नाता...

पूरे का पूरा आकाश घुमा कर - गुलज़ार

A Chess Game with God पूरे का पूरा आकाश घुमा कर बाज़ी देखी मैंने काले घर में सूरज रख के तुमने शायद सोचा था मेरे सब मोहरे पिट जायेंगे मैंने...

जो बीत गई सो बात गई - हरिवंशराय बच्चन

जीवन में एक सितारा था, माना, वह बेहद प्यारा था वह डूब गया तो डूब गया अम्बर के आनन को देखो, कितने इसके तारे टूटे, कितने इसके प्यारे छूटे, जो...

अब सौंप दिया

अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में। है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में॥ मेरा निश्चय बस एक यही, एक बार तुम्हे पा...

कबीर वाणी

धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय। माली सींचे सौ घड़ा, ऋतु आए फल होय॥ Disclaimer: Above lines are from Sant Kabir. Poem Source: Google.