Reluctant Writer
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Writes about fictitious reality.

क्या ये सम्भव है ?

क्या ये सम्भव है ?
Image Source: Google

ये जो चार दिन की छुट्टी में
चौबीस साल की यादें
कैद करना चाहते हो तुम
क्या ये सम्भव है ?

जो जी लिया जो लिया,
अब जो हो रहा है
उसे जीओ,
गुज़रे पलों को फिर से जीना
क्या ये सम्भव है ?

अतीत तुम क्यों इतना याद आते हो ?
कभी ख़ुशी तो कभी गम
देकर चले जाते हो।

मैं डरता नहीं
भविष्य की सीढ़ियों से,
लेकिन मत बाँधो मुझे अब और
यादों की बेड़ियों में।

अतीत में रहकर,
वर्तमान को जीना
क्या ये सम्भव है ?